विभाग का परिचय
छत्तीसगढ़ राज्य, दिनांक 1 नवंबर 2000 को अलग होकर अस्तित्व में आया। 10 फरवरी 2020 को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला अस्तित्व मे आने के बाद अब छ0ग0 में जिलों की संख्या बढ़कर 28 हो गई । 17 अप्रैल 2022 को छत्तीसगढ़ में और नए 5 जिले बनाए गए जिनके नाम मोहला मानपुर चौकी, सक्ति, सारंगढ़, मनेन्द्रगढ़ – चिरिमिरी – भरतपुर और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई हैं. अब इस तरह से कुल छत्तीसगढ़ में जिलों की संख्या (28+5) बढ़कर 33 हो गई है ।
छत्तीसगढ़ राज्य के शेष जिले निम्नानुसार हैं:-
रायपुर, धमतरी, बलौदाबाजार , गरियाबंद , बेमेतरा , बालोद , मुंगेली , सूरजपुर , बलरामपुर, सुकमा , कोंडागांव महासमुंद, दुर्ग, राजनांदगांव, कवर्धा, बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर, रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा, जशपुर, अंबिकापुर तथा कोरिया। माह अप्रैल 2007 में जगदल्पुर से पृथक करके नरायणपुर एवं दंतेवाड़ा से पृथक कर बीजापुर का गठन किया गया। इसी प्रकार माह जनवरी 2012 में 9 नवीन जिलों का गठन किया गया। इसमें बस्तर, नरायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर,सुकमा ,सूरजपुर , बलरामपुर, कोंडागांव, कांकेर, सरगुजा, कोरिया, कोरबा एवं जशपुर पूर्ण रूप से आदिवासी उपयोजना क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। राज्य में कुल 146 विकासखंड हैं, इनमें आदिवासी विकासखंडों की संख्या 85 है।